चलो! बुलावा आया है माता ने बुलाया है
ये माता गुफाओं पहाडों में ही बुलाती है
युनिवर्सिटी, कालेजों, स्कूलों में क्यों नहीं बुलाती है?
आज आप जहाँ पे खड़े हैं ,
उसके लिये बाबा साहब लड़े हैं।
आज आपके पास जो दौलत है ,
वो बाबा साहब के बदौलत है ।
आपके पाॅकेट मे जो पेन है ,
वो बाबा साहब की देन है ।
आपके पास आज कार है ,
वो बाबा साहब का उपकार है ।
आपके जीवन मे जो शांति है ,
वो बाबा साहब की क्रांति है ।
आपके तन पे चमचम जो शर्ट है
वो बाबा साहब का किया हुआ कष्ट है
फ़िर भी आप उनके प्रति मौन हैं
तो दिल पे हाँथ रख के बताईये की
आपके तरक्की के पीछे कौन हैं ॥
॥जय भीम, जय संविधान ॥
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